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संवत् १७२१ में सवाणा की मर्दुमशुमारी हुई जिसकी तफसील इस प्रकार है ।
महाजन, ब्राह्मण, सुनार, कुम्हार, भोजग, सुतार, तुर्क, पिंजारा छीपे, माई,
८१
२५
१०
२
४
४
४०
1
२
डेड, थोरी, जागरी, राजपूत, कुछ २८३ घर आबाद
थे 1
१६ २
1
९५
संवत् १७२१ में जोधपुर के हाट में दुकानों की गिनती लगाई तो उस समय कुल ८१५ दुकानें Eगी थीं फलोधी की मर्दुमशुमारी की तफ़सील इस प्रकार है ।
महाजन भोसवाल, माहेश्वरी, ब्राह्मण ( पुष्कर्णा ), फुटकर जाति
१२१ २११
१०४
कुल ६५७ घर आबाद थे ।
१ जोधपुर परगना
99
२ सोजत
३ जैतारण
संवत् १७२१ की भविन कृष्णपक्ष दशमी को जोधपुर राज्य के परगनों की कुल मदुमशुमारी की गई जिसमें प्रत्येक परगने में कुल कितने गाँव है उनमें से कितने आबाद है; कितने वीराम है और कितने वारण भाट आदि लोगों को दान में दे दिये गये हैं। इन सब की तफसील नीचे दी जाती है। नाम परगना
कुळ ग्राम
वीरान
"
"
४ फलौदी
५ मेड़ता
६ सिवाणा "
● पोकरण
१२१
""
"2
११६७
२४४
१५२
૬૭
३८४
१४४
८५
२२४४
आबाद
८०२३
१७९
१०५
४९
२९८॥
९४
४१
१५६८।।
* वे गाँव जो चारण भाटों को दान में दिये गये थे ।
४९
२२० ॥
३२
२९
१०
१०
राजनैतिक और सैनिक महत्व
२०
२८
३७९॥
सांसण
१४४
३३
१८
९
४५॥
३०
18
२९५॥