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बापना
हरदा के ऑनरेरी मजिस्ट्रेट हैं। हरदा की जनता व.भासीसरों में भाप सम्माननीय व्यक्ति हैं। आपके छोटे भाता माणकचन्दजी का जन्म संवत् १९५० की बैशाख सुदी • को हुआ। इस परिवार के पास इस समय २३ गाँवों की जमीदारी है। हरदा तथा आसपास के नामांकित कुटुम्बों में इस परिवार की गणना है। स्थानीय जैन मन्दिर की व्यवस्था भी आप लोगो के जिम्मे है। माणिकचन्दजी के पुत्र पूर्णचन्द्रजी पापना • साल के हैं।
सेठ हीरालाल रिखबचन्द बापना, कोलारगोन्डफील्ड
इस परिवार के पूर्वजों का मूल निवास स्थान महत्पुर (होलकर स्टे) का है। आप श्री जैन श्वेताम्बर मन्दिर भाम्नाय को मानने वाले सबन है। इस परिवार में जीवराजजी हुए। आप बड़े धार्मिक पुरुष थे। भापके राजमजी एवं हीरालालजी. नामक दो पुत्र हुए। इनमें से सेठ राजमलजी ने संवत् १९४५.४६ के लाभग पूज्य श्री मोहनलालजी महाराज के सदुदेश से दीक्षा ग्रहण की थी। भाप बड़े स्वागी तथा धर्मप्रेमी सज्जन थे।
सेठ हीरालालजी का जन्म संवत् १९१९ में हुआ। भाप बड़े योग्य, समझदार तथा धर्म-प्रेमी पुरुष थे। आपका पंच पंचायती में काफी सम्मान था। आपने संवत् १९४७ में बंगलोर में अपनी फर्म स्थापित की थी जिसकी आपके हाथों से बहुत उति हुई। आपके रिखबचंदजी एवं हरकचंदजी नामक दो पुत्र हुए।
सेठ रिखबचंदजी का जन्म सं० १९४० में हुआ। आप भी बड़े समझदार धार्मिक तथा व्यापार कुशल सजन हैं। आपने संवत् १९५७ में कोलार गोल्ड फील्ड में अपनी एक स्वतन्त्र फर्म स्थापित की जिसपर बैंकिंग तथा शेअर्स का व्यापार होता है। आपके चार पुत्र हैं जिनके नाम जयचंदजी, पारसमलजी, शांतिलालजी तथा नेमीचंदजी हैं । सेठ हरकचन्दजी का जन्म संवत् १९६० का है। आप इस समय कोलार गोल्ड फील्ड में ही जनरल मर्चेडाईज़ की अलग दुकान करते हैं।
इस परिवार की ओर से वर्तमान में कोलार गोल्ड फील्ड में एक मंदिर बनवाया जा रहा है। कोलार गोल्ड फील्ड की ओसवाल समाज में यह परिवार प्रतिष्ठित समझा जाता है ।