Book Title: Mulachar Author(s): Manoharlal Shastri Publisher: Anantkirti Digambar Jain GranthmalaPage 18
________________ गाथा आदावुज्जोदविहा ... इ इरिया भासा एसण इहपरलोयत्ताणं इच्छामिच्छाकारो... इच्छाकारो इङ्गालजालअच्ची इरियावह पडिवणे इच्छी पुंसा व गच्छंत इतिरियं जायजीवं इन्दिय कसायपणिहा इच्चेवमादिओ जो ... इय एसो पच्चक्खो ... ... ... इरियागोयरसुमिणा इन्दिय कसाय दोसा इत्थकहा अत्थकहा इगवीस चदुरसदिया इत्थीसंणग्गीपण .. इत्थी संसग्गविजुदे.. इन्दिय बल उस्सासा इत्थी पुरिसणउंसय ईसरबंभाविहू उसहादिजिणवराणं उदयत्थमणे काले... उम्मग्गदेसओ म... 600 उ उधोतिरियम्हि दु मूला ० २ १७ गाथा पृ.सं. गा.सं. ४२७|१२३२ | उव्वयमरणं जादी उगमसूरपदी ... ५। १० उवसंपया य णेया ५३ | उवसंपया य सुत्ते ... १२५ | उन्भामगादिगमणे २४। ५८। ५८। १२६ उच्चारं परसवणं... ९२ । २११ | उद्देससमुद्दे से १२५। ३०३ | उग्गम उप्पादणए १२६ । ३०६ उच्चारं परसवणं १४० । ३४७ उवगूहणादिआपु १४८। ३६९ | उत्तरगुणउज्जोगो १५०। ३७९ उवसंतवयणमगिह १५२। ३८० | उडुमहति रियलोए २३६। ६२८ | उवसंतो दु पहुत्तं २७१। ७४० उद्दिनं जदि विचरदि ३०८। ८५५ | उग्गम उप्पादणए ३६३।१०२३ उज्जु तिहिं सत्तहिं वा ३६४।१०२८ | उच्चारं परसवणं ३६६।१०३३ | उदरक्किमिणिग्गमणं ४१६।११९२ | उज्जोवो खलु दुविहो ४२७|१२२९ | उप्पण्णो उप्पण्णा उसे पिसे १०९। २६० उहिद उठ्ठिद उदि १०१ १६। ३२ ३५। ... ... 0.0 ... ... ... ... ... उवस मदया य खंती २४ | उवसमखयमिस्सं वा ३५ | उच्छाहणिच्छिदमदी ६७ उवधिभरविप्पमुक्का ७५ | उवसंतादीणमणा ... पृ.सं. गा.सं. ३५॥ ७६ ६०। १३० ६३। १३९ ६६। १४४ ७८ १७३ १०७ ॥ २५३ ११७ २०० १३१। ३२२ १३१। ३२२ १४७१ ३६५ १४८। ३७० १५१। ३७८ १६०। ४०२ १६० । ४०४ १६४। ४१५ १६७॥ ४२१ १७३ | ४३९ १९३। ४९८ १९३। ४९९ २१२। ५५२ २३४। ६२२ २४६। ६६१ २४९ । ६७३ २७५। ७५३ २७८। ७६० २८३। ७७७ २८९। ७९६ २९२। ८०४Page Navigation
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