Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
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* आमेर भंडार के प्रन्थ *
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(२) देव दर्शन (संस्कृत ) ( ३ ) बारह भावना । हिन्दी ) ( १ ) जोग रासो .. (५) बननाभि भावना , { ६) रात्रि भोजन कथा ( हिन्दी ) (७) स्तुति
। कल्याण मन्दिर भापा .. (६) चौरासी लाख योनि के जीयों की प्रार्थना (हिन्दी) (१०) अाराधना प्रतिबोध (हिन्दी) (११) दोहावली रूपचन्दकृत (हिन्दी) (१२) निर्माणकाएड भाषा ५१३; विद्यमान बीस तीर्थंकरों की स्तुति ( हिन्दी) ११४) राजुल पच्चीसी (१५) कम छत्तीसी (१६) अध्यात्म बत्तीसी (१७) वेदक लक्षण (१८) दोहावली (१६) झुलना (हिन्दी) (२०) जिनेन्द्रस्तुति (२१) पंचमगुणस्थान का वर्णन (२२) चारों ध्यानों का वर्णन (२३) परिषद वर्णन
(२४) वैराग्य चौपाई गुटका न गुटका नं० ४०
........ .. . .. ....... ....., लिपिकार नान्हौराम । पत्र संख्या १२५. साइज जा४५।। इञ्च । लिपि संवत् १७६१ और १८११. विषय-सूची( १ ) गृह शान्ति स्तोत्र (संस्कृत )
वियालीस