Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
View full book text
________________
• *आमेर भंडारके प्रन्य*
त्रिकाल चतुर्विशति जिनपूजा । ... रचयिता प्राचार्य शुभचन्द्र । पत्र संख्या २२. भाषा संस्कृत । साइज ११:४५।। इञ्च । - . .... प्रति नं० २.'पत्र संख्या ४८. साइज ११४४ इन्च लिपि संवत् १८१०. प्रारम्भ के २ पृष्ट नहीं है। ' त्रिकाल चौबीसी पूजा ।
रचयिता अज्ञात । भाषा अपभ्रश । पत्र संख्या १०. साइज १२४५|| इञ्च । .. विपंचाशक्रियाव्रतोद्यापन ।
रचयिता श्री देवेन्द्र । भाषा संस्कृत । पत्र संख्या १२. साइज १०x४|| इञ्च । लिपि संवत् १६६८. लिपिकर्ता प्रा० श्री रत्नचन्द्रजी। त्रिफलादिक्षार ।.
. रचयिता अज्ञात । भाषा हिन्दी । पत्र संख्या ३१. साइज ||४|| इञ्च । विषय-आयुर्वेद ।........ त्रिविक्रमशती । ::::: ::::: :: :::. ::
रचयिता श्री हर्ष । भाषा संस्कृत । पत्र संख्या २५. साइज १०:४५ इञ्च । प्रत्येक पृष्ठ पर १३ पक्तियां तथा प्रति पंक्ति में ३२-३८ अक्षर । लिपि संवत् १६५८, प्रति सटीक है । दीका का नाम सुबुद्धि है। त्रिपष्टिस्मृति पुराणसार । ......... . रचयिता पं० अशाघर । भाषा संस्कृत.। पत्र संख्या. ३६. साइज १०|!x४|| इञ्च ! प्रत्येक पृष्ठ पर ह पंक्तियां और प्रति पंक्ति में २४-३२ अक्षर । प्रशस्ति है ! ...
: प्रति नं० २. पत्र संख्या ३६. साइज १०॥४४॥ इञ्च । प्रति अपूर्ण है।
त्रिपाठशलाका !
::
FTE: FREE रच यता अज्ञात । भाषा संस्कृत । पत्र संख्या ३७. साइज:१०४५ इश्च । प्रति पूर्ण है। TXTE ::
कोर त्रिमतो सूत्र।
: EXI S TE RYSU BIR रचयिता श्रीधराचार्य । भाषा संस्कृत । पत्र संख्या १२.- साइज १०x४]। इन्न । विषय-गणित प्रति अपूर्ण है। १२ से आगे के पत्र नहीं है।
: -: :: प्रति नं० २. पत्र संख्या १६. साइज १०४४।। इञ्च । प्रति अपूर्ण है।
एक सौ पैंसठ