Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
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# श्री महावीर शास्त्र भंडार के अन्य *
२६ उपासकाध्यपन।
रचयिता आचार्य प्रभाचन्द्र देव । भाषा संस्कृत । पत्र संख्ला इ. साइज १०x४ इञ्च । लिपि संवत् १५७८. लिपिक मुनि श्री नेमिचन्द्र।।
२७ उमाम्बामि श्रावकाचार भाषा ।
भाषाका हिसार निवासी श्री इलायब । भाषा हिन्दी गद्य संख्या ७२. साइज Exu|| इञ्च । २८ उष्मभेद ।
रचयिता श्री महेश्वरकवि । भाषा संकृत। पत्र संख्या ६. साइज १०x४ इञ्च। लिपि संवत् १८४८ पद्य संख्या ६५ । विषय-व्याकरण
२६ ऋपिमंडल पूजा।
रचयिता श्री गुणनन्दि भाषा संस्कृत । पत्र संख्या १८. साइज़ ११४४।। इश्व । लिपि संवत् १८५६.. लिपि स्थान तक्षकपुर ।
प्रति नं० २. पत्र संख्या १२. साइज ११४५ प्रति अपूर्ण है। प्रारम्भ के पृष्ठ नहीं है। किसी ग्रन्थ में से उक्त पूजा के अलग पृष्ट निकाले लिये गये हैं।
प्रति नं० ३. पत्र संख्या १०. साइज १२x६ इट्ने । प्रति पूर्ण है। ... ... .. . . : ... :--- ३० ऋषिमंडल स्तोत्र ।
लिपिकता मुनि श्री मेध विनज । भापा सस्कृत । पृष्ठ संख्या २. पद्य संख्या ७६. प्रति सुन्दर नहीं है।
३१ एकाक्षर नाममालाका।: -..: :: ":. - ...:: ......
रचयिता महाकवि अमर । पत्र संख्या ३. साइज १०x४ इञ्छ । लिपि संख्या १५१४: चैत्र बुदि २ वृहस्पतिवार .. .... .. ..... .;: . ":: : :::::: : प्रति नं २. पत्र संख्या ७, साइज ११४५ इञ्च । :: : : :: : ::
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एक सौ हत्तर .'