Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka

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Page 223
________________ ऋपिमंडल महास्तोत्र एकीभावस्तोत्र कल्याण मन्दिर स्तोत्र अपराध क्षमा स्तोत्र विपापहार स्तोत्र भक्तामर स्तोत्र सटीक ( 21 पद्मावती पटल समवशरण स्तोत्र एकीभाव स्तोत्र भूधरदास ) २ स्तोत्र संग्रह | * श्री महावीर शास्त्र भंडार के अन्य मेघ ) ३ विषापहारस्तोत्र ४ घानतराय जी के पद २९० स्वयम्भुस्तोत्र | श्री देउलाल । 19 हिन्दी י संस्कृत हिन्दी संस्कृत ار 12 11 13 ६ > १० ५ २५ संग्रहकर्ता अज्ञात | भाषा हिन्दी | पृष्ठ संख्या १७ । साइज ६४३|| इञ्च | संग्रह में निम्म विषय हैं १ अकृत्रिम चैत्य नय २ भक्तामर स्तोत्र दोसौ पन्दरद ७ = प्रति नं० २ | पत्र संख्या ११ । साइज १२४५|| इञ्च । २ से चार तक के पृष्ठ नहीं हैं। १ ऋषि मंडल स्तोत्र २. लक्ष्मी स्तोत्र ३ पद्मावती स्तोत्र ४ भक्तामर स्तोत्र ५ पन्द्रह का मंत्र .२२ २८६ स्तोत्र संग्रह | संग्रहकर्ता पं० सदासागर | भाषा संस्कृत | पत्र संख्या १७७१ साइज १०४ || इन | संग्रह में स्तोत्र, आदि हैं जिनकी सूची प्रन्थ में दे रखी है। प्रति की अवस्था ठीक है । भाषाकार श्री धानतराय जी । पत्र संख्या ४ । साइज ७४५ ख । लिपि संवत् १६५६ । लिपिकर्ता

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