Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
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२८० सुकुमालचरित्र |
रविता भट्टारक श्री सकलकीर्त्ति। भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ३४ साइज १२४५ || इश्र्व । श्लोक संख्या १०० लिपि सं १९०८ मन्य पूर्ण है। श्रम दो पृष्ट नहीं हैं।
२८१ सुगन्ध दशमी व्रतकथा |
* श्री महावीर शास्त्र भंडार के अन्य
रचयिता ब्रह्मज्ञान सागर भाषा हिन्दी | पत्र संख्या ७. साइज १x१ इञ्च । पद्य संख्या ४५.
२=२ सूक्तिमुक्तावली ।
रचयिता श्री सोमप्रभाचार्य । भाषा संस्कृत | पत्र संख्या १५. साइज १०९४४ इछ । प्रति पूर्ण है | २=३ भौमचरित्र |
रचयिता भट्टारक श्री रत्नचन्द्र । भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ५१. साइज १०५४ || इञ्च । तिपि
पूर्ण है।
संवत् १६५८.
२=४ मुभाषितरत्नसंदोह ।
रचयिता अमितिगत्याचार्य । भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ५७ साइज १०४ ४ || इन्च | प्रति
प्रति नं० २. पत्र संख्या ७५. साइज ११४५ इ । प्रति नवीन है ।
२८५ सुभाषिताव |
भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ६७. साइज १०x४ || इ | लिपि संवत् १६४८, प्रति प्राचीन है ।
२=६ सूतकविधानं |
लिपिकर्त्ता श्री किशनलाल | भाषा हिन्दी | पत्र संख्या २ साइज ६|| ४ || इञ्च | लिपि संवत १६१५.
• २८७ स्तोत्र संग्रह |
इस संग्रह में निम्न स्तोत्र हैं ।
स्तोत्र नाम
'चौसठ योगिनी स्तोत्र
पार्श्वजिनस्तोत्र
पद्मावती स्तोत्र
भाषा
संस्कृत
12
17
दोसौ चौदह
संख्या पत्र
१
६
I
1