Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
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श्री दि. जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीर-शास्त्र भण्डार
चान्दनगांव ( जयपुर, राजस्थान ) लन्थ-सूची
१. अजितनाथ पुराण ।
" रचयिता श्री अरुणमणि । भाषा संस्कृत । पत्र संख्या ४२८, साइज १०१४ा! इञ्च । लिपि संवत् १६१६. २, अध्यात्मतरंगिणी।
मुलकर्ता आचार्य सोमदेव । भापाकार अज्ञात । मापा-हिन्दी गद्य । पत्र संख्या ५६. साइज १२४ा इञ्च ! प्रत्येक पृष्ठ पर : पंक्तियां तथा प्रति पंक्ति में ४४-४८ अक्षर प्रति अपूर्ण है। ५६ से आगे के पृष्ट नहीं हैं। भापा सरल तथा सुन्दर है। ...... ...:.:::. .. . . . ..
प्रति नं० २. पत्र संख्या १५. साइज ११||४५ इञ्च । केवल मूल भाग है।
३. अनागारधर्मामृत ।
___ रचचितः महापंडित आशाधर । भाषा संस्कृत । पत्र संख्या ८५. साइज १२५५॥ इश्च । लिपि संवत् १५८१ ।
प्रति नं० २. पत्र संख्या १२४. साइज ११४४।। इञ्च । लिपि संवत् १६१२ जेठ सुदी ५. प्रशस्ति है। प्रथम पृष्ठ तथा अन्तिम पृष्ट नहीं है। ४. अनंतप्रतोद्यापन ।
रचयिता श्री गुणचंद्र सूरि । भाषा संस्कृत । पत्र संख्या २१. साइन ११४५|| इञ्च । प्रति वीन है।
एक सौ अंडस