Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
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ज्योतिष पद्चाशिका |
रचयिता श्री भट्टोल | भाषा संस्कृत हिन्दी । पत्र संख्या १५. साइज १०४५ | लिपि संवत् १७०४. लिपिकर्ता पं० तेजपाल ।
* आमेर भंडार के ग्रन्थ *
ज्योतिष सार ।
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रचयिता श्री नारचन्द्र | पत्र संख्या १५. साइज २x९ इच। ज्योतिष शास्त्र पर छोटी सी पुस्तक सूत्र रूप में है ।
प्रति ०२ पत्र संख्या २०. साइज १२५५ इञ्च ।
ज्वर तिमिरभास्कर |
रचयिता कायस्थ सामु खराय । भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ५५. साइज १०x४ इञ् । प्रत्येक पृष्ठ ४५ १२ पंक्तियां और प्रति पंक्ति में ३६-४२ अक्षर | लिपि संवत् १७३१ | लिपि स्थान सांगानेर | प्रति अपूर्ण । प्रथम २२ पृछ नहीं हैं। विषय आयुर्वेद ।
1
ज्वालामालिनी स्तोत्र |
रचयिता अज्ञात | भाषा संस्कृत । साइज १०||४|| इ | पत्र संख्या १ ।
जातकपनकोप |
रचयिता अज्ञात | भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ६. साइज ११४५ || इञ्च ।
जातकाभरण |
रचयिता अज्ञात | भाषा संस्कृत | पत्र संख्या १० लाइज १३ | | ६ || छ । प्रति अपूर्ण है। अन्तिम पृष्ठ नहीं हैं ।
प्रति नं० २. पत्र संख्या २७ साइज (२४५|| इञ्च । प्रति अपूर्ण है ।
जीवनभर चरित्र |
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रचयिता आचार्य शुभचन्द्र । भाषा संस्कृत | पत्र संख्या ६५. साइज १०||२४|| इञ्च । प्रत्येक पृष्ठ पर ११ पंक्तियां, प्रति पंक्ति में ३२ अक्षर । प्रतिलिपि संवत् १६६३. प्रशस्ति है ।
तरेसठ