Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
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* आमेर भंडार के अन्य *
पृष्ट पर १२ पंकियां और प्रति पंक्ति में ४०-४४ अक्षर । लिपि नंबन. १५:११ । विषय-भगवान नेमिनाथ का जीवन चरित्र।
नयचक भाषा ।
भापाकार श्री हेमराज । भाषा हिन्दी । पत्र संख्या 2. साउन ४४ इन्च । प्रत्येक पृष्ठ पर : पंक्तियां और प्रति पंक्ति में २८-३४ अक्षर । रचना संयन् १४२६ ।
नयचक्र।
रचयिता श्री देवसेन । भा'या प्राकृत । पत्र संख्या ५३. माइज १०४४|| इञ्च । प्रत्येक पृष्ट पर पंक्तियां तथा प्रति पंक्ति में ३५-४० अक्षा । लिपि संवत् १५२० ।
प्रति नं० २. पत्र संख्या १५. साइज ?!x. इञ्च ।
प्रति न०३. पृष्ठ संख्या ३१. साइज १||४५!| इन्च । प्रत्यक पृष्ठ पर पंक्तियां तथा प्रति पंक्ति में ३६-४० अक्षर लिपि संवत् १७६४ आमोज बुढी १०. भट्टारक श्री हर्ष कीर्ति के उपदेश से ग्रन्थ की प्रतिलिपि हुई। नृपचंदगो ।
रचयिता श्री विवुध मचि । भाषा हिन्दी । पत्र संख्या ८०. साइन १०x? इञ्च : प्रत्येक पृष्ठ पर पंक्तियां तथा प्रति पंक्ति में ३-४? अन्तर । पवना लंबत् १७१३. लिपि सात् १७६४ । नलोदय काव्य ।
रचयिता श्री विदेव । टीज्ञाकार श्री राम ऋषि दाधीच्च । भाश संस्कृत । पत्र संख्या ३६. साइज १०x४ इञ्च । लिपि संवत् १७३०, लिपिस्थान चरवती । ग्रन्ध अपूर्ण १५ से ३५ तक के पृष्ठ नहीं है।
प्रति नं० २. पत्र संख्या ३६. नाइज २०||||| प्रति पूर्ण है किन्तु सटीक नहीं है।
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नवग्रहफल ।
रचयिता अज्ञात | भापा संस्कृत । पत्र संख्या ५. साइज २१४६ इन
नवग्रहस्ता ।
रचयिता अज्ञात । भाषा संस्कृतं । पत्र संख्या १३. साइज ११४४॥ इञ्च ।
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