Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka

View full book text
Previous | Next

Page 164
________________ * अामेर भंडार के अन्य * प्रति नं० ३. पत्र संख्या ३३, साइज ११४६ इञ्च । प्रति नं. ४. पत्र संख्या १३. साइज ११४५|| इञ्च । लिपि संवत् १५-१. लिपिस्थान दौलतपुर । प्रति नं. ५. पन संख्या २६, साइज ११४५। इञ्च । लिपि संवत् १५१२. प्रति नं०६. पत्र संख्या ४१. साइज १०४५ इन्च । प्रति नं० ७. पत्र संख्या ४८. साइज १०४|| इञ्च । प्रतिलिपि संवत् संवत् १५४. लिपित्थान टोंक। श्रीपाल चरित्र । रचयिता श्री जगन्नाथ कवि । भाषा संस्कृत । पत्र संख्या ५०. साइज ११४५ इञ्च । रचना कालसंवत् १७०० आसोज सुदी दशमो। प्रति नं० २. पत्र संख्या ८. साइज १२४५ इञ्च । लिपि संवत् १६०६. श्रीपाल चरित्र रचयिता ब्रह्म नैनिताल : मा संस्कृत। प ६११. साज Ex४ इञ्च । प्रत्येक पृष्ठ पर पंक्तियां और प्रति पंक्ति में २८-३२ अक्षर । रचना संवत् १५८५, कवि ने अपना परिचय लिखा है लेकिन वह अधूरा है। श्रीपाल चरित्र । रचयिता भट्टारक श्री सकीर्ति । भाषा संस्कृत। पत्र संख्या २६. साइज १||४४। इन्न । लिपि संवत् १५८६ श्रावण सुदी १३. विषय-महाराजा श्रीपाल का जीवन चरित्र । प्रति नं०,२. पृष्ठ संख्या ४०. साइज १११।४४ इञ्च । प्रति अपूर्ण है।.. श्रुतस्कंध। ब्रह्म हेमचन्द्र । भापा अपन'श। पत्र. संख्या.४. साइज ११||४५ इश्च । विषय-सिद्धान्त । बाइ | जी के पढने के लिये उक्त ग्रन्थ की: प्रतिलिपि की गई। - ..... ....... .. प्रति नं० २. पत्र संख्या १४. साइज १०४४।। इश्च । प्रति नं० ३. पत्र संख्या ६ साइज १०x४|| इञ्च । अतस्कंधपूजा। . . . . ........ ... .......... ..:-:-- रचयिता भट्टारक श्री त्रिभवन कीर्ति। भाषा संस्कृत। पत्र संख्या ३ साइज ११||४|| इञ्च । लिपि संवत् १६६४. ब्रह्मचारी अखयराज के पढने के लिये पूजा की प्रतिलिपि की गयी। एक सौ छप्पन

Loading...

Page Navigation
1 ... 162 163 164 165 166 167 168 169 170 171 172 173 174 175 176 177 178 179 180 181 182 183 184 185 186 187 188 189 190 191 192 193 194 195 196 197 198 199 200 201 202 203 204 205 206 207 208 209 210 211 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226