Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
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* धामेर भंडार के अन्य *
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धन्यकुमारचरित्र ।
रचयिता आचार्य श्री गुणभद्र । भाषा संस्कृत पत्र संख्या ३८, साइज ११४|इञ्च | प्रत्येक पृष्ठ पर २१ पंक्तियां और प्रत्येक पंक्ति में ३५-४२ अक्षर। धन्यकुमार चरित्र ।
रचयिता भट्टारक श्री सकलकोति । भाषा संस्कृत !. पत्र संख्या ३५.. साइज. १२४५] इञ्च । प्रत्येक शुन पर १२ पंक्तियां और प्रति पंक्ति में ३०-४२ अक्षर .. लिपि संवत् १८१३:।
प्रति नं०६. पत्र संख्या ३४. साइज }x४|| लिपि संवत् १५३३. पद्य संख्या ५० । धर्म चक्रपूजा।
रचयिता अज्ञात । भाषा संस्कृत । पत्र संख्या १६. साइज १०४५ इश्व । लिपि संवत् १७०६. लिपिस्थान मालपुराः। लिपिकर्ता:आ..श्रीःकमलको तिजो। .......... - : :: ::धर्म चचक्रविधान ।
रचयिता श्री यशःनन्दि । भाषा संस्कृत | पत्र संख्या २१. साइज ११x१। इन।
धर्म दोहावली।
संग्रह कर्ता पं० जोधराज गोहीका । भाषा हिन्दी । पत्र संख्या :११. साइत १२४५१ इञ्च । दोहावली संख्या १४५. लिपि संवत् १८२० । धर्मोपदेश श्रावकाचार ।
. चयिता श्री पं० धर्मदास । भाषा हिन्दी । पत्र संख्या ४६. साइज ! इञ्च प्रत्येक पृष्ठ पर १३ पंक्तियां तथा प्रति पंक्ति में २८.३४ अक्षर। रचना संवत् १५७८..प्रथम पृष नहीं है। :: -- धर्मोपदेश।
रचयिता अज्ञात । भाषा हिन्दी । पृष्ठ पर १० पंक्तियां तथा प्रति पंक्ति में १८-४ अक्षर । प्रति अपूर्ण है। प्रथम पृष्ठ तथा अन्तिम प्रष्ट नहीं है।"
: पान ..........
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पिवेत्तर.