Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
View full book text
________________
* आमेर भंडार के ग्रन्थ *
--
-
-
--
---
---
--
( 2 ) जम्यूवानी मरित्र : हिन्दी ) (२०) भविष्यदत्त चौपई (१२) पंच परमेष्ठी गुण (१३) पंच लनित (१४) पंच प्रकार संसार ११५ ) त्रेपन क्रिया विनती (१६) ऋषभ विवाहलो (१७) मनोरथ माला (१८) शांतिनाथ सूखडी (१८) आत्मा के नाम
(२०) जिनेन्द्र स्तुति गुटका नं. ५३
लिपिकार अज्ञात । पत्र संख्या ६०. साइज १०४७ इञ्च । गुटके में प्रचलित पूजनों के अतिरिक्त कोई विशेष सामग्री नहीं है।
गुटना नं. ५४
लिपिकार अज्ञात । पत्र संख्या ३६० साइब Exell इञ्च । लिपि संवत् १७११. लिपिस्थान लाभपुर। ___ गुटका बहुत ही महत्त्वपूर्ण है । प्राकृत और हिन्दी की सामग्री और भी महत्त्व की है। .
विषय-सूची(१) श्राश्रय त्रिभंगी रचना। (२) विशेषसत्ता त्रिभंगी। (३) चौबीस ठाणा। ( ४ ) द्रव्य संग्रह सटीक । टीका हिन्दी भाषा में है, लेकिन टीका बहुत प्राचीन मालूम देती है। (५) अष्टोत्तरसहस्र नामस्तवन । (६) आगम प्रसिद्ध गाथा (संग्रह) (७) षट लेश्या।
-
-
उन्नचास