Book Title: Rajasthan ke Jain Shastra Bhandaronki Granth Soochi Part 1
Author(s): Kasturchand Kasliwal
Publisher: Ramchandra Khinduka
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* आमेर भंडार के अन्य *
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(२) सामायिक पाठ सार्थ । मुल भाग-प्राकृत । अर्थ हिन्दी में है। हिन्दी अर्थ का श्री नान्दौरान (३) भक्तामर स्त्रोत्र भाषा ।
गुटका . १
लिपिकार साह शंकरदास। पत्र संख्या : साइज ६x६ इञ्च । लिपि संवत् १८०३, लिपि स्थान चाट।
मुख्य विषय-सूची(१) पांच ज्ञान भेद (हिन्दी) (२) ग्यारह अंग विवरण । ३ । पंच परमेष्टी गुण वर्णन { ४ ) सम्यक्त्व के भेद (५) चौदह गुणस्थान भाषा । भाषाकार श्री अखयराज।
गुटका नं० ४२
लिपिकार अज्ञात । पत्र संख्या ४०. साइज XII इन्न ।
गुटका नं० ४३
लिपिकार श्री खुशाल चन्द । पत्र संख्या २३३. साइज ||४३।। इञ्च । लिपि संवत् १८०५. लिपिस्थान वेमनगर( श्रागरा )
विषय-सूची ( १ ) पद्मावती स्तोत्र (संस्कृत) (२) ऋषि मंडल स्तोत्र , (३) पार्श्वनाथ चिंतामणि स्तोत्र , ...... (४) बद्ध मानस्तोत्र (५) चतुर्विशति स्तवन -.-. " : ... ... ... . . ....... -:: ( ६ ) जिनरक्षा स्तोत्र (७) समयसार नाटक
तियालीस