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औपशमिक २ चारित्र
१ सम्यक्त्व,
क्षायिक
1
१. केवलज्ञान
२ केवलदर्शन
३ क्षायिक दान
४ क्षायिक लाभ ५ क्षायिक भोग
६ क्षायिक उपभोग
७ क्षायिक वीर्य
८ क्षायिक सम्यक्त्व
९ क्षायिक चारित्र
गति - 7
कषाय
L
१ क्रोध
१ नरक
२ मान
२ तिर्यंच ३ मनुष्य ३ माया
४ देव
४ लोभ
ज्ञान
५३ भाव
भाव
| १८
क्षयोपशमिक
१ मति
२ श्रुत
३ अवधि ४ मन:पर्यय
1
१ स्त्री
अज्ञान
२ पुरुष
३ नपुंसक
२१ औदयिक
दर्शन लब्धि क्षा०सम्यक्त्व
लिंग-मिथ्यादर्शन- अज्ञान
१ कुमति
१ चक्षु
१ दान
२ कुश्रुत २ अचक्षु २ लाभ क्षा. चारित्र ३ कुअवधि ३ अवधि ३भोग संयमासंयम
४ उपभोग ५ वीर्य
पारिणामिक ५३
१ जीवत्व
२ भव्यत्व
३ अभव्यत्व
असंयंत असिद्धत्व लेश्या
४ पीत
१ कृष्ण २ नील ३ कापोत
पद्म
६ शुक्ल
३० ]
माक्षशास्त्र मता