Book Title: Mokshshastra
Author(s): Umaswati, Umaswami, Pannalal Jain
Publisher: Digambar Jain Pustakalay

View full book text
Previous | Next

Page 282
________________ .. . - ه ه م م م م م | w9 1 or orr w ww w 9 9 9 9 9 م م २४ م मोक्षशास्त्र सटीक [२३७ शब्द अध्याय सूत्र शब्द अध्याय सूत्र उपकरण २ १७ | कृत उपयोग २ १८ | कन्दर्प ७ ३२ उपपाद जन्म २ ३१ | कषाय उपकरण-संयोग कषाय कुशील उपघात | काल उपभोग परिभोग प. कार्मण शरीर उपघात काययोग उपस्थापना २२ | कायिकी क्रिया उपचार विनिमय २३ कारित उपाध्याय | काय निसर्ग ऊर्ध्वव्यतिक्रम ९ ३० कारुण्य ऋजुमति मनःपर्यय कांक्षा ऋजुसूत्र | कामतीव्राभिनिवेश ७ २८ एकविध १६ | काययोग दुष्प्रणिधान ७ एकान्त मिथ्यात्व १ | कालातिक्रम एकत्वानुप्रेक्षा ७ कायक्लेश एकत्ववितर्क ९ ४२ | काल एवंभूत नय ४३ किल्विषक एषणासमिति |क्रिया औपशमिक सम्यक्त्व २ ३ कीलक संहनन औपशमिक चारित्र | कुप्य-प्रमाणातिक्रम कर्मयोग २ २५ कुब्जक संस्थान कर्मभूमि | कुल कल्पोपपन्न कुशील कल्पातीत कूटलेखा क्रिया कल्प ४ २३ कृत कषाय ६ ४ | केवलज्ञान م م م م م 0 م م م 5 له له 9 له الله or » or 9 » m a w or Jain Education International lel For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302