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निर्ग्रन्थ
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२४०]
लक्षण संग्रह शब्द अध्याय सूत्र शब्द अध्याय सूत्र ध्यान
९ २७ | निर्माण ध्रुव १ १६ निर्वत्यपर्याप्तिक
८ १टि धौव्य
निर्जरानुप्रेक्षा
|निषद्या परीषहजय नपुंसकवेद
निदान आर्तध्यान नरकायु नरकगत्यानुपूर्व्य आदि
नीचगोत्र नैगम नय
न्यासापहार नाराच संहनन
न्यग्रोधपरिमंडलसंस्थान ८ नग्न्य परीषहजय
परोक्षप्रमाण निसर्गज सम्यग्दर्शन
परिणाम निर्जरा
| परिणाम पर्याय निक्षेप
५ परिदेयन निर्देश
| परोपरोधाकरण
परिग्रह निवृत्त
१० परिग्रहपरिमाणाणुव्रत । निश्चय कालद्रव्य
परविवाहकरण निसर्ग क्रिया
परिगृहीतेत्वरिकागमन ७ २८ निर्वर्तना
| परव्यपदेश निक्षेप
| परघात
८ ११ निसर्ग
परिषहजय
परिहारविशुद्धि ९ १८ निदान शल्य
| परिहार
९ २२ निदान
परिग्रहानन्दी रौद्रध्यान निद्रा
परत्वापरत्व
५ २२ निद्रानिद्रा ८ ७ पर्याप्तक
८ १टि
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