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नं.
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ह्रद नाम
महापद्म
तिगिच्छ
४ केशरी ( केशरिन )
महापुण्डरीक
पुण्डरीक
६
पद्म
स्थान
हिमवत्
महाहिमवत्
निषध
नील
रुक्मिन्
शिखरिन्
हदोंका विस्तार आदि
लम्बाई
चौड़ाई
गहराई
१००० योजन
५०० योजन १० योजन
१० योजन १ योजन
२००० योजन
१००० योजन २० योजन
२ योजन
४००० योजन
२००० योजन ४० योजन ४ योजन
४००० योजन
२००० योजन ४० योजन
४ योजन
२००० योजन
१००० योजन २० योजन
२ योजन
१००० योजन
१००० योजन १० योजन
१ योजन
कमल
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देवी
श्री
ह्री
धृति
कीर्ति
बुद्धि
लक्ष्मी