________________
माक्षशास्त्र सटाक
तिर्यञ्चों की स्थितितिर्यग्योनिजानां च ॥३९॥
अर्थ-तिर्यञ्चोंकी भी उत्कृष्ट और जघन्य स्थिति क्रम से तीन पल्य और अन्तर्मुहूर्त की है। इति श्री मदुगाम्वामिविरचिते मोक्षशास्त्रे तृतीयोऽध्याय:
प्रश्नावली [१] नारकियोंके दुःखोंका वर्णन कर उनकी उत्कृष्ट आयु
बताइये। [२] जम्बूद्वीप की परिधि कितनी हैं ? [३] कर्मभूमि और भोगभूमि के क्षेत्र बताइये। [४] धातकी खण्ड द्वीप का चित्र बनाइये। [५] गङ्गा, सीतोदा, रक्तोदा और हरिकांता नदियोंके निकलने
तथा बहने के स्थान बताएं। [६] मानुषोत्तर पर्वत कहाँ है ? [७] मनुष्यों के भेद बताकर उनकी उत्कृष्ट और जघन्य आयु
के बारे में समझावे। [८] आप किस क्षेत्र में रहते हैं। [९] जम्बूद्वीपका नक्शा बनाइए। [१०] तीर्थङ्कर किस किस क्षेत्रमें जन्म लेते हैं ?
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org