Book Title: Jain Dharm me Tap Swarup aur Vishleshan
Author(s): Mishrimalmuni, Shreechand Surana
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
View full book text
________________
रस-परित्याग तप
-
-
तप के यार भदों में चोगा मेद रग-परित्यागम का स्वाग। प्रनाम सप में आहार त्याग पर विधान किया ग , घुछ ममान के लिए अपना जीरन मा में लिए जमी नरिक हो, इस प्रकार आहार का सामना अननस में दिशानि में सनी महिनामा नहीं है बाराम, सयाम आदि कार में भी
मोका मार्ग परत न हो ! म दिशा की मनमाग्रता और ज मा करना , गरम
! TE
नौARE ITEM मोगी, भोगी
____yaat मा
पिसे