Book Title: Jain Dharm me Tap Swarup aur Vishleshan
Author(s): Mishrimalmuni, Shreechand Surana
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur
View full book text
________________
जैन धर्म में त
३१ श्री धनराज जी हस्तीमल जी संचेती-कावेरीचाक ३२ श्री सोहनराज जी शान्तिप्रकाश जी संचेती-जोधपुर ३३ श्री भंवरलाल भी चम्पालाल जी सुराना-कानावना .. ३४ श्री मांगीलालजी शंकरलालजी भंसाली ।
२७ लक्ष्मी अमन कोयल स्ट्रीट पैरम्बूर मद्रास-११ ३५ श्री हेमराज जी शान्तीलाल जी सिंघी,
११ वाजाररोड रायपेठ मद्रास-१४ ३६ शा० अम्बूलाल जी प्रेमराज जी जैन, गुडियातम ३७ शा० रामसिंह जी चौधरी, व्यावर ३८ शा० प्रतापमल जी मगराज जी मलकर-केसरीसिंह जी का गुड़ा ३६ शा० संपतराज जी चौरडीया, मद्रास ४० शा. पारसमल जी कोठारी, मद्रास ४१ शा० भीकमचन्द जी चौरड़ीया, मद्रास ४२ शा० शांतिलाल जी कोठारी, उतशेटे ४३ शा० जव्वरचन्द जी गोकलचन्द जी कोठारी, ब्यावर ४४ शा. जवरीलाल जो घरमीचन्द जी गादीया, लांविया
-
तृतीय श्रेणी .. १ श्री नेमीचंद जी कर्णावट, जोधपुर २ श्री गजराज जी भंडारी, जोधपुर ३ श्री मोतीलाल जी सोहनलाल जी बोहरा, ब्यावर ४ श्री लालचंद जी मोहनलाल जी कोठारी, गोठन ५ श्री सुमेरमल जी गांधी, सिरोयारी ६ श्री जवरचंद जी बम्ब, सिन्धनूर ७ श्री मोहनलाल जी चतर, व्यावर ८ श्री जगराज जी भंवरलाल जी रांका, च्यावर १. यो पारसमल जी जबरीलाल जी धोका, सोनत