Book Title: Jain Dharm me Tap Swarup aur Vishleshan
Author(s): Mishrimalmuni, Shreechand Surana
Publisher: Marudharkesari Sahitya Prakashan Samiti Jodhpur

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Page 646
________________ ५७६ जैन धर्म में तप . . १४ शा० पारसमल जी कावेडिया, आरकाट मद्रास (सादड़ी) १५ शा० पुकराज जी अनराज जी कटारिया, आरकोनम् मद्रास (सेवाज) १६ शा० सिमरतमल जी मानमल जी संखलेचा, मद्रास (वीजाजी का गुड़ा) १७ शा० प्रेमसुख जी मोतीलाल जी नाहर, मद्रास (कालू) १८ शा० गूदडमल जी शांतिलाल जी तालेरा, एनावरम, मद्रास १६ शा० चम्पालाल जी नेमीचंद जी, जवलपुर (जैतारण) २० शा० रतनलाल जी पारसमल जी चतर, ब्यावर २१ शा० सम्पतराज जी कन्हैयालाल जी मूथा, कूपल (मारवाड़-मादलिया) २२ शा० हीराचन्द जी लालचन्द जी धोका, नक्साबाजार, मद्रास २३ शा० नेमीचन्द जी धर्मीचन्द जी आच्छा, चंगलपेट, मद्रास २४ शा० एच० घोसुलाल जी पोकरना एन्ड सन्स आरकाट-N.A.D.T. (बगड़ी नगर) २५ शा० गीसुलाल जी पारसमल जी सिंघवी, चांगलपेट मद्रास २६ शा० अमोलकचन्द जी भंवरलाल जी विनायकिया, नक्शा बाजार, मद्रास २७ शा० पी० वींजराज नेमीचंद धारीवाल, तीरुवेलूर २८ शा० रूपचंद जी माणकचंद जी बोरा, वुशी २६ शा० जेठमल जी राणमल जी सर्राफ, वुशी द्वितीय श्रेणी १ थी लालचंद जी श्रीश्रीमाल, ब्यावर २ श्री सूरजमल जी इन्दरचंद जी संकलेचा, जोधपुर ३ श्री मुन्नालाल जी प्रकाशचंद जी नम्बरिया चौधरी चौक, कटक । ४ श्री घेवरचंद जी रातडिया, राबर्टसनपैठ ५ श्री वातावरमल जी अचलचंद जी खीवसरा ताम्बरम, मद्रास ६ श्री चौतमल जी सायवचंद जी खीवसरा, वौपारी ७ श्री गणेशमल जी मदनलाल जी भंडारी, नीमली ८ श्री माणकचंद जी मुलेघा, व्यावर

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