Book Title: Lekhendrashekharvijayji Abhinandan Granth
Author(s): Pushpashreeji, Tarunprabhashree
Publisher: Yatindrasuri Sahitya Prakashan Mandir Aalirajpur
View full book text
________________
አለስልልልል
'बधाई-सन्देश
परम पूज्य मृदुभाषी, प्रवचनकार मुनिराज श्री लेवेन्द्र शेखर विजयजी म.सा. को "कोंकण केशरी" पद
से विभुषित किये जाने के शुभ अवसर पर संस्था की ओर से शुभ कामना मालुम होवें।
जैन समाज की एकता एवं जैन धर्म की पताका को अपनी धर्म यात्राओं के माध्यम से जन - जन तक पहुँचाये। इन्ही शुभ कामनाओं के साथ दीर्घायु एवं यशस्वी होवें। यही शुभ कामना।
मानव सेवा मंदिर चिकित्सालय
राजगढ़ (धार) मु. प्र.
ADONI
HA
प.पू. शासन प्रभावक मुनिराज श्री लेवेन्द्र शेखर विजयजी म.सा. के "कोंकण केशरी' पद समारोह के शुभावसर पर हमारी ओर से हार्दिक बधाई
शा. प्रतापचन्द पुखराज
बीजापुर (तारव्दारा)
"कोंकण केशरी' पद समारोह पर हमारी हार्दिक शुभेच्छा।
शा. हंसाजी प्रतापचन्द
बिजापुर (तारव्दारा)
"कोंकण केशरी" पद समारोह के बारे में जानकर आत्मिक प्रसन्नता
हर्ड।
अशोक कुमार रागर मनोहरमल चोरडिया
झाबुआ (म.प्र.)
"कोंकण केशरी' पद समारोह पर हार्दिक शुभ बधाई
छगनराज कनीराजजी
आहोर (जालोर) राज.
२४ परंतु जब मानव शुभ कार्य के उदयकाल में मदमस्त बना, बेभान, अचेत होता है, पद-सत्ता-वैभव रुपी अभिमान के झुले
में झूलता रहता है तब उसे कल्पना या विचार भी नहीं आता कि यह मंगल समय ही भयंकर विपत्ति का जनक बनेगा। Jain Education International For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org