________________
१४७
गाथा - ८,९ गाथा - १०
१४८
गाथा - १
१५०
गाथा -२
१५१
गाथा -३
१५२
१५३
१५४
गाथा - गाथा गाथागाथा - ७ गाथा -८,९
" sw,
अनुभाग-उद्वर्तना-अपवर्तना का मिश्र अल्पबहुत्व उद्वर्तना-अपवर्तना में काल और विषय नियम
५ - उदीरणाकरण उदीरणा का लक्षण उदीरणा के भेद मूल प्रकृतियों की साद्यादि प्ररूपणा एक सौ दस प्रकृतियों की साद्यादि प्ररूपणा मिथ्यात्व की साद्यादि प्ररूपणा ज्ञानावरणपंचक आदि चौदह प्रकृतियों की साद्यादि प्ररूपणा नामकर्म की तैजससप्तक आदि तेतीस प्रकृति की साद्यादि प्ररूपणा मूल प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व ध्रुवोद्या प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व स्व-स्व उदय स्थानीय प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व औदारिकसप्तक प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व वैक्रियशरीर वंधन, संघातन प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व आहारकसप्तक प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व संस्थानषट्क एवं संहननषट्क प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व आनुपूर्वीचतुष्क और पराघात नाम प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व आतप उद्योत प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व विहायोगतिद्विक स्वरद्विक प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व । श्वासोच्छ्वास और स्वरद्विक प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व सुभग, आदेय और यश:कीर्ति प्रकृतियों का उदीरणास्वामित्व
१५४
१५६ १५६
गाथा - १०, ११, १२
१५७
गाथा - १३ गाथा - १४ गाथा - १५ गाथा - १६
१५९ १६० १६० १६१
[१७]