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छठा अध्याय
बौद्ध संघ का इतिहास संघ में प्रवेश-संघ का मोतरी जीवन-संघ का प्रबन्ध ।
पृष्ठ ८० से १०४ सातवाँ अध्याय प्राचीन बौद्ध काल का राजनीतिक इतिहास शैशुनाग वंश-शैशुनाग वंश की स्थापना-बिम्बिसार-भजातशत्रु (कूणिक)-शैशुनागवंश का अन्त-नंद वंश-महापभनंदसिकंदर का आक्रमण-पोरस के साथ युद्ध-भारत से सिकन्दर का कूच-मौर्य वंश-चंद्रगुप्त मौर्य-चंद्रगुप्त और सेल्यूकस-सेल्यूकस का आक्रमण-मेगास्थिनीज़-चन्द्रगुप्त की राजधानी-चन्द्रगुप्त का दरबार-चन्द्रगुप्त की जीवन-चर्या-चन्द्रगुप्त को सफलताएँ-मौर्य साम्राज्य पर विदेशी प्रभाव-चन्द्रगुप्त का अन्त -बिन्दुसार (अमित्र. घात)-अशोक मौर्य-युवराज अशोक-अशोक का राजतिलकअशोक की कलिंग-विजय-अशोक का धर्म-परिवर्तन-बौद्ध स्थानों में अशोक की यात्रा-भिक्षु-सम्प्रदाय में अशोक-अशोक के समय में बौद्ध महासभा-अशोक के साम्राज्य का विस्तार अशोक के स्मारकबौद्ध होने के पहले अशोक का धाम्मिक विश्वास-धर्मयात्रा-अहिंसा का प्रचार-बड़ों का सम्मान और छोटों पर दया-सत्य भाषणदूसरे धर्मों के साथ सहानुभूति-धर्म का प्रचार-धर्म महामात्रों की नियुक्ति-यात्रियों के सुख का प्रबन्ध-रोगियों की चिकित्साविदेशों में धर्म का प्रचार-धार्मिक उत्साह-स्वभाव और चरित्रअशोक की रानियाँ-अशोक के उत्तराधिकारी-मौर्य साम्राज्य का अस्त ।
पृष्ठ १.५ से १४१ Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com