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खारसाण पक्वा
समर्पण
परम पूज्य सन्मार्ग दिवाकर आचार्य श्री 108 विमल सागर जी महाराज के शिष्योत्तम श्रमणोत्तम
सर्वाधिक-दीक्षा प्रदाता महाप्रज्ञ-अज्ञान तिमिर मार्तण्ड वात्सल्य पुंज-समता कुंज सौम्य मूरत-मोक्षमार्ग के वीतरागी पाथिक संयम साधक व प्रेरक श्रमण/आर्ष संस्कृति रक्षक बाल अनगार/आखण्ड बाल ब्रम्हचारी आगम सूत्र चर्चविद् वाणी अनुरूप चर्या के प्रबल पालक यथा नाम तथा गुणधारी
अनुशासक / श्रमण संस्कृति के देदीप्यमान नक्षत्र करुणामूर्ति गुरुदेव परम पूज्य आचार्य श्री 108 विरागसागर जी महाराज के नवम
आचार्य पदाराहेण दिवस के मंगल अवसर पर आपके श्री कर-कमलों में ग्रंथराज | सादर समर्पित
• मुनि विशल्य सागर