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आर्यमनलीला ॥ आकर्षण को तथा अग्रभाग में स्था- | वह गीन उस टाजे में उमही प्रकार | नान्तर में प्राप्त होने के लिये अत्यन्त | गाये जाते हैं इत्यादिक बहुत प्रकार पहुंचाने वाले निश्चय अग्नि और पव- की अदन कलें हैं जिनमें आग पानी, नको यक कीजिये।"
माप, और निचोकी शक्ति नहीं लगरम कहां तक लिसें यदि स्वामी गाई जाती है दम प्रकार की हजारों जी के अर्थ ठीक हैं तो वेदों से कदा-कल हैं जिनका हम लोगों ने नाम भी जित यह मिद नहीं होता है कि बेद सुना है और इम ही कारण स्वामी जी सष्टि की शादिमें बिना मा पाप के -
3. के अर्थ किये हुवे बंई में भी उन का त्पन्न हुय जंगली मनुष्यों को मर्व प्र
नान नही मिलता है। मुजरा यदि कार का विज्ञान देनेके वास्ते देवा ने वेदों में किसी साल का नाम प्राने से प्रकाश वा इन घेदों से कुछ विज्ञान प्राप्त हो सकता है। हां यहां वेदों में
ही उन कल के बनाने की विद्या बंद ऐनी मंत्र शक्ति है कि रेलका नाम | पढ़ने वाले को प्राप्त हो जाती है तो लेने से रेल बनाना प्रागावे और
यह हजारों प्रकार की कलें जिनका जाहाज का नाम लेने में जहाज बनाना। वदों में नाम नहीं है कहां से बनगई आजाव तो सब कुछ ठीक है। परन्त और सब वेदपाठी पूरे इन्शिनिइम में भी बहुत मुश्किल पड़ेगी क्योंकि यर क्यों नहीं बन जाते हैं प्यारे कगों की विद्या के जानने वाले वि- भाइयो कितनी ही बातें बनाई जा द्वानों ने हजारों प्रकार की अद्भुत कलें परन्तु यह मानना ही पड़ेगा कि म बनाई हैं और नित्य नवीन कलें ब- | नुष्य अपने बुद्धिबिचार मे बस्तयों नाते जाते हैं और वेदों में रेल और के गुणों की परीक्षा करके उन बस्ततार और जहाज और बिमान की हीरों को उनके गण के अनमार काममें नाम स्वामी जी के अर्थों के अनुनार लाकर बहुन कश विज्ञान निकाल लेता मिलता है तब यह अनेक प्रकार की है और अनेक अद्भुत वस्तु बनालता कान कहां में बन गई ? समय देखने को है वेदों ही के अपारण से उतरनेकी घडी, कपड़ा मीने की चाखी, कुए में | आवश्यकता नहीं है। से पानी निकालने का पम्प, फोटोकी हमें आश्चर्य इन यात का है कि । तमनीर बनाने का केमरा भादिक ब-किस मुंह से स्वामीजी ने कह दिया हुन सी फलनो हिन्दुस्तानी सबही म- और उनके चनों ने मान लिया कि नष्यों ने देखी होंगी और फोनो ग्राफ | कुन विज्ञान जो मनुष्य प्राप्तकर मक्ता को बाजामी सुना होगा जिस में गाने है वह वेदों के ही द्वारा हो सकता वालों के गीत भर लिये जाते हैं और है और बिना वदों के कोई ज्ञाम नहीं
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