________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
[ उत्तरार्धम् ]
१५९
-P
url/V
UNIL
V
_
Lorl"
-.
-..-al
इस यंत्र की शुद्धि के लिये निम्न लिखित यंत्र है--
इस छठे वर्ग को पूर्वोक्त पंचम वर्ग के साथ गुणा करने पर जो संख्या प्राप्त होती है, उसमें जघन्य पद वाले गर्भज मनुष्य होते हैं । जैसे
४२६४६६७२६६४१८४४६७४४८७३७०६५५१६१६ = ७६२२८१६२५१४२६ ४३३७५६३५४३९५०३३६ । यह संख्या नीचे के यंत्र से जानना चाहिये
For Private and Personal Use Only