________________ भाषाटीकासहित. 43 उसपर बिठाया और आपभी उसमें बैठकर चलदियेशहर बहुत बड़ा था. कई दिनसे अपने रहने के लिये " मकान किराये ले रक्खा था. उसीके द्वारपर इक्का खडा 1.कराया और मालिक मकानसे ताली लेकर मकान खोला और मोहनीको उसमें उतारदिया. इक्कावाला अपना किराया लेकर चला गया. गुलजारीलालने मालिक मकानसे कहा कि आजही हमारे नामसे मकानमें रहनेका मुहूर्त था. इस कारण हम अपनी स्त्रीको लेकर चले आये. कल सब सामान आवैगा. आज रातभरको एक चारपाई रहनेको देदीजिये. यह कहकर चारपाई ली और मकान बन्दकर दोनों बैठकर अनेक प्रकारकी बातें करते हुये रात बिताने लगे. __लाला हजारीलाल स्टेशनसे चलकर अपने घर आये तो देखा अँधेरा गुप्प पडाहुवा है. घरभरमें मोहनीका पता नहीं क्रोध दुःख और घृणासे कलेजा जलने लगा.. अपने आपेमें न रहे उस शहरके इन्स्पेक्टर लालाहजारी OS . P.P.AC..Gunratnasuri M.S. . Jun Gun Aaradhak Trust