________________ स्त्रीचरित्र और भाई भांडी सुनौ जब किसी तरह न बनेगी, तब ; एक तदबीर खाने कमानेकी हमने सोच रक्खी है कि, वकालत मुख्त्यारीका इम्तिहान देंदेंगे, फिरतो रोजमर्रा शुकराना, मिहन्ताना, कागजाना, नोकराना, सबमें यौं बारह रहेंगे. दूसरा भांड बोला अबे इसमें इन्ट्रन्स एफ-ए बी.ए. पास होनेकी शर्त है. हम बतलावै पटवारगरीका इम्तिहान देदेंगे. एक घोडी दो भेस हलकामें बनी रहेंगी. हमेशा गरमागरम खाना मौजूद. मुकदमोंकी खर्ची खु. राको वगैरामें यौं बारह रहेंगे. तीसरा भांड बोला. चलबे, सर्कारी कायदासे बिल्कुलना वाकिफ. तीसरे दर्जा मदर्साकी सनद चाहिये, इस परभी पटवारियोंके मदर्समें चार पांचमहीने पढना फिर खुदा जाने.पहले इम्तिहानमें पास हुये न हुये खर्च खुराक खुशामद दर आमद. बाडी जरेवारी. और कुत्ता खसी, अगर पासभी होगये तो अच्छा हल्का खाली होनेकी दुआ मांगना. कानून गोयोंकी बेगारे भुगतना, फिर रजामन्दी लियेके जिमी दारोंकी खाया बरदारी करना- दस्तावेज लिखना इस PP.AC.Gunratnasuri-M.S. Jun Gun Aaradhakrust