Book Title: Stree Charitra Part 01
Author(s): Narayandas Mishr
Publisher: Hariprasad Bhagirath

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Page 202
________________ भाषाटीकासहित. मिलना, मिल ना, योग्य है. उसी अनुसार अबतक वर्ताव होता. असली बात तो यही है जो हमने लिख कर प्रगट किया. - अब कोई कोई यह कहते हैं कि, होली प्रहादकी बुआका नाम था जो प्रह्लादको आगमें लेकर बैठी थी वह जलगई. प्रहाद बचगये, इससे देवता लोगोंने आनन्द मनाया, और राक्षस लोग धूल उडाने लगे- यह इतिहा. सभी प्रसिद्ध है. परन्तु बुद्धिमान् लोग ऐसी बातकों ठीक प्रमाण नहीं मानते. हां. यह बात सत्य है कि, देवताओंके यज्ञमें राक्षस लोग विघ्न डालते चले आये. तुलसीकृत रामायण बालकांडमें वाल्मीकीय रामायणके अनुसार लिखा है कि, विश्वामित्रजी अपनी यज्ञकी रक्षाके निमित्त महाराजा दशरथजीसे राम, लक्ष्मणको अपनी यज्ञरक्षाके निमित्त कहकर लेगयेथे. वहां उनकी रक्षाके द्वारा अपना यज्ञ समाप्त किया. 2. होलीमें धूल उडानेवाले, और शराब व नशा पीने वालोंकी गणना यदि असुरोंमें करलो तो कुछ दोष नहीं. Gunratnasuri.M.S. Jun Gun Aaradhak Trust

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