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( ७० ) २१०-हमारे पूज्यजी ने यों ही तो नहीं लिखा है ? " २११-साधुओं को बन्दन तिक्खुता का पाठ से० ?, २१२-हमारे पूज्यजी ने ऐसा लिखा है ? , २१३-तिक्खुता का पाठ
" २१४-हाँ बहुत से सूत्रों में ऐसा पाठ है ? २१५-लीजिये श्री उववाइजी सूत्र ? २१६-कूणिक राजाने भगवान को वन्दन कियाहै? २१७-क्यों हमारी वन्दन कैसे नहीं हुई ? २१८-हमारे पूज्यजीने गुरु के लक्षण ? , २१९-वीतराग भगवान की भक्ति० दर्शन वाणी ? ,, २२०-सातवाँ व्रत में २६ बोल रखनालि०? , .२२१-सामायिक के समय साधु या महावीर० ? ,, २२२-आनन्द श्रावक के दहीबडा ? २२३-अरिहन्तचेइयाणिवा-आनन्द० ?
" २२४-पावद्य पूजा किसको कहते हैं ? २२५-प्रभु के लिये तो वायुकाय के अलावा ? , २२६-वन्दन में अध्यवसाय शुभ रहने से० १ , २२७-परिणाम तो खराब नहीं रहता है ? , २२८-मेरी आत्मा तो इसको स्वीकार नहीं करतीहै,, २२९- बस अब मैं आपकों कष्ट देना नहीं चा० ? ,, २३०-उपसंहार
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