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जैनरत्न (उत्तरार्द्ध)
बोडौंग माटुंगाके ये उपप्रमुख हैं। श्री कच्छी वीसा ओसवाल जैन मंदिरकी मिल्कत और फंडके और नानीखाखर (कच्छ) जैन पाठशालाके ये ट्रस्टी हैं। क० वी० ओ० जैन बोर्डिंग माटुंगाके कई वर्षों तक ये ट्रस्टी रहे थे।
ये विद्याके बहुत प्रेमी हैं । जहाँ जहाँ विद्याके लिए खर्च करनेकी जरूरत पड़ती है ये करते रहते हैं। जैनोंकी कई संस्थाओंके ये मेम्बर हैं।
४. लाछबाई इनका जन्म संवत् १९३८ में हुआ था। और इनके लम सं० १९९१ में मोटीखाखर (कच्छ) के सा रणपी देवराजके साथ हुए थे।
५ पानबाई इनका जन्म सं० १९४१ में हुआ था और इनके लग्न सं० १९५७ में मोटी खाखरके सा वीरजी रणसीके साथ हुए थे।
६ मोगोवाई इनका जन्म सं० १९५१ में हुआ था। इनके लग्न सं० १९६९ में नानाभासंबियाके सा वेरसी टोकरसीके साथ हुए थे। ५५००००) इस कुटुंचने बंबईमें जायदाद बनवाई । ५०००००) अपने देशमें जायदाद ।
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