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सेठ कुँवरजी केशवजी शामजी
सं० १९४१ के श्रावणमें कच्छ कोठाराके दसा ओसवाल - सा केशवजी शामजीके यहां एक लड़का हुआ । उसका नाम -कुँवरजी रक्खा गया । केशवजी शामजीके तीन लड़के और एक लड़की हुए । लड़के - लखमसी, घनजी, कुँवरजी और लड़कीवीरबाई |
केशवजी के पिता शामजी आसमल बंबई में वर्द्धमान पुन्सी की पेढीमें रूईकी मुकादमीका धंधा करते थे । वे कुछ धन कमा कर देशमें जा रहे । वहाँ उनके दो लड़के केशवजी और गोविंदजी और चार लड़कियाँ हुई ।
केशवजी और गोविंदजी बंबई आये । गोविंदजी त्रिकपजी
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