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श्वेताम्बर मूर्तिपूजक जैन
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इन लोगोंको निर्वाह करना पड़ा । कठिनता सहे बिना क्या कोई
आदमी कुछ कर सका है ? ___अमेरिकामें इनका अनेक प्रसिद्ध प्रसिद्ध व्यक्तियोंके साथ परिचय हो गया । उपवास चिकित्साके आविष्कर्ता प्रसिद्ध डॉक्टर बर्नर मॅक्फेडनके साथ भी इनकी घनिष्ठता हो गई। उसने अपने प्रसिद्ध ग्रंथ ' मॅकफेडन्स' एन्साइक्लो पीडिया ऑफ फिजिकल कल्चर ( Macfadden's Encyclopedia of Phisical Culture) के पाँचों वॉल्युम इन्हें भेटमें दिये । इन दम्पतिके साथ उसने आग्रह 'पूर्वक अपना फोटो भी उतरवाया । ___ अमेरिकाके प्रसिद्ध प्रसिद्ध अनेक पत्रोंने इनके फोटो प्रकाशित किये और इनकी भूरि भूरि प्रशंसा की। __ जब ये हिन्दुस्थानमे लौटे तब लोगोंने इनका अच्छा स्वागत किया।
इन्होंने कुछ प्राकृतिक चिकित्साका अभ्यास किया है। इसके द्वारा ये अपने मकानपर लोगोंका इलाज किया करते हैं । सच्ची लगनसे काम करते हैं और लोगोंको इनपर विश्वास है, इसलिए प्रायः रोगी आराम भी हो जाते हैं। कुछ रोगी तो ऐसे आये जिन्हें सबने जवाब दे दिया था; परन्तु इनके पास आकर वे आराम हो गये थे।
श्रीयुत शिवचरणलालजी जैन इनके पिताका नाम भजनलालनी या । ये नातिसे वैश्य बुढेलवाल, हैं। इनका गोत्र मोदी है। ये जसवंतनगर जिला इटावाके जमींदार हैं
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