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श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन
कोंग्रेस कमेटी की वर्किंग कमेटी में दाखिल होना जेलखानेको और सब तरहकी तकलीफोंको आमंत्रण देना है । ऐसा आमंत्रण वही दे सकता है जिसके हृदय में देशभक्तिकी आग जल रही हो । जैन समाजको अभिमान है कि, वह वेलजी सेठ जैसे गर्भ - श्रीमंत, सुखमें जीवन बितानेवाले और सुशिक्षित सज्जनको देश के अर्पण कर सका है । बेलजी सेठ इस समय वर्किंग कमेटीमें खजानचीके मानद ओहदे पर हैं ।
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ये खादी के प्रचारक हैं। दो बरस तक इन्होंने अपने मकान पर खादीकी दुकान चलाई थी । आज पाँच बरस से राष्ट्रीय भाषा हिन्दीका प्रचार करने के लिए ये माहुँगे में, एक हिन्दी क्लास अपने खर्चे से चला रहे हैं ।
इन्होंने अपने पिताके देहान्त होने बाद करीब पाँच लाख -- की नई जायदाद बनवाई है ।
३ जादवजी सेठ
इनका जन्म सं. १९५५ में हुआ था । इनके प्रथम लग्न सं० १९७२ में सा खीमजी चाँपसीकी पुत्री सुंदरबाईसे हुए थे । दूसरे लग्न सं० १९७६ में साहीरजी कचराकी पुत्री उमरबाईके साथ हुए थे । ये बाहोश मनुष्य हैं और अपने बड़े माई बेलजी सेठको हर कार्य में पूर्ण सहायता देते हैं ।
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