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जेनरत्न ( उत्तरार्द्ध )
देवजी पुन्सी अने वीरजी लद्धाना मातुःश्री मुबाईनो रसोड़ो'
२००) रुपये जीवनदान नामकी पुस्तकके छपवाने में मदद दी. कंपनीकी तरफसे जुदा जुदा खातों में अबतक बीस हजार रुपये दान में दिये हैं ।
पचास हजार रुपये खर्च करके घाटकूपर में बँगला बँघवाया है। वीरजीभाई उत्साही, व्यवहार कुशल और श्रद्धालु मनुष्य हैं।
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