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सेठ त्रिकमजी नरसी
गाँव तेरा (कच्छ) के निवासी दसा ओसवाल सा. नरसी गेलाके यहाँ एक पुत्र सं० १९४० के कार्तिक वदि १३ के दिन बंबईमें जन्मा । उसका नाम त्रिकमनी रक्खा गया ।
नरसी गेला बंबई में रूईकी मुकादमीका रोजगार करते थे। उनके चार लड़के और तीन लड़कियाँ हुई। लड़कियाँ गुजर गई। लड़के देवसी, नरपार, डुंगरसी और त्रिकमनी हैं। देवसी और नरपार उनके लग्न होनेके थोड़े ही दिन बाद मर गये । देवसीका एक लड़का चाँपसी मौजूद है।
डूंगरसीमाई हीरजी खेतसीकी कं० में नौकर थे । सं० १९३८ से इन्होंने सेठ मूलजी जेठाकी कंपनीके रुई डिपार्ट
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