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जैनरत्न ( उत्तरार्द्ध )
१०००००) हिन्दु युनिव्हरसिटि बनारसको । ___१००००) कच्छी वीसा ओसवाल जैन बोर्डिंग बंबईको । २४३०१०१) इस तरह कुल चौबीस लाख तीस हजार एक सौ एक रुपये के करीब इन्होंने दान-पुण्य किया । सं० १९५५ के पहले कुछ किया होगा वह मालूम न हो सका । न उनके गुप्त दानकाही कुछ पता चला। लोग कहते हैं गुप्त दान भी वे बहुत दिया करते थे।
जामनगरके अनाथालयके एक वार्षिकोत्सव पर ये प्रमुख हुए थे । उस मौके पर इन्होंने जुदाजुदा संस्थाओंको अच्छा दान डिया था । पालीतानेके पास चौक गाँवमें इन्होंने हॉस्पिटल के लिए मकान बँधवा दिया था। सुथरीमें इनके नामको एक शफाखाना चल रहा है। हालार प्रांतके दबासंग आदि गाँवोंमें उनकी तरफसे पाठशालाएँ चल रही हैं। ____ व्यापारमे करीब ढाई तीन करोड़की उयलपायल सालाना करते थे । कई कंपनियोंके डिरेक्टर थे। उनके नाम यहाँ दिये जाते हैं।
( १ ) बैंक ऑफ इंडिया लिमिटेड ( २ ) सेफ डिपाजिट लिमिटेड ( ३ ) ज्युपिटर जनरल इन्स्योरेंस कंपनी लिमिटेड ( ४ ) राजपूताना मिनरल कं. लिमिटेड ( ५ ) अशोक स्वदेशी स्टोअर्म लिमिटेड (६ ) न्यु स्टॉक एक्सचेंज (७) बोम्बे कॉटन एक्सचेंन
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