________________
(१६)
फूलचंदजी वकील हिसारने ५००) प्रदान किये थे। श्री मंदिरजीके लिये मौकेकी जमीन मिल जाने पर शीघ्र ही मंदिर निर्माणका कार्य प्रारम्भ किया जायगा ।
इसमें सन्देह नहीं कि बा० महावीरप्रसादजी वकील आज - फलके पाश्र्वस्य ( इंगरेजी) शिक्षा प्राप्त युवकोंमें अपवाद स्वरूप है । वस्तुतः आप अपनी योग्य माताके सुयोग पुत्र हैं । आपकी माताजी (श्रीमती ज्वालादेवीजी ) बड़ी नेक और समझदार महिला हैं। श्रीमतीजी प्रारम्भ से ही अपने दोनों पुत्रोंको धार्मिक शिक्षाकी ओर प्रेरणा करती रही हैं, इसीका यह फल है। ऐसी माताओंको धन्य है कि जो इस प्रकार अपने पुत्रोंको धार्मिक बना देती हैं । अन्तमें हमारी भावना है कि श्रीमतीजी इसी प्रकार शुभ कार्यों में प्रवृत्ति रखती रहेंगी और साथ ही अपने पुत्रोंको भी धार्मिक कार्योंकी तरफ प्रेरणा करती हुई अपने जीवन के शेष समयको व्यतीत करेंगी
प्रेमकुटीर, हिसार (पंजाब) ता: ५-११-३७ ई०
निवेदकअटेर ( ग्वालियर) निवासी बटेश्वरदयाल बकेवरिया शास्त्री,
( सिद्धान्त भूषण, विद्यालंकार )
Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com