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(१५) काले ए खंध विखराइ जात नहीं. सदा काल खंध भावेज रहेत. परंतु तेमतो रहेता नथी, माटे व्यवहारनये पुद्गलना परमाणुआ मळी खंध थाय छे, अने पाछा खंध विखराइ पण जाय छे. निश्चयनये परमाणुआओ पोतपोताने स्वभावे सदा शाश्वता छे, पण कोइ काले वधशे घटशे नहीं बाळ्या बळशे नहीं. गाळ्या गळशे नहीं. ए रीते ए छ द्रव्य निश्चयनये पोतपोताने स्वभावे परिणामिक जाणवां, व्यवहार नये धर्म; अधर्म; आकाश; अने काल ए चार द्रव्य अपरिणामी छे. अने जीव तथा पुदगल ए बे द्रव्य परिणामी छे. केमके व्यवहार नयने मते जीव समये समये अनंतां कमरुप वर्गणानां दळीयां ले छे, अने समये समये अनंतां
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