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(२२) ए रीते जीव पुद्गल अने काल ए त्रण अनेक कहीए. ए रीते एक अनेकनो विचार षड्द्रव्यमां कह्यो. हवे षड् द्रव्यमा क्षेत्र अने क्षेत्रीनो
विचार दर्शावे छे. छ द्रव्यमा आकाश द्रव्य, क्षेत्र छे अने बाकीनां धर्म, अधर्म, काल, पुद्गल, अने आत्मा, ए पांच द्रव्य आकाश क्षेत्रमा रहे छे, माटे क्षेत्री जाणवां. ते केवी रीते रह्यां छे ते बतावे छे, आंखनी पापणनो एक वाळ ग्रहण करीने तेना खंड [ भाग ] एवा करी एके एक खंडना बे खंड न याय, एवा मू. क्ष्म खंड प्रमाणे आकाश क्षेत्र लइए, तेटलामां आकाशना असंख्याता प्रदेश रया छे, अने
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