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(१०५)
द्रव्य पोतपोतानी क्रिया करे छे. धर्मास्तिकायमां चलन सहाय गुण ते सर्व प्रदेश मध्ये छे. सदा पुद्गल तथा जीवने चलन स्वभाव रुप क्रिया करे छे.
प्रश्न - लोकांत सिद्ध क्षेत्रमां धर्मास्तिकाय छे. ते सिद्धना जीवोने चलाववामाँ सहाय क्रिया केम करतुं नथी ?
उत्तर - सिद्धना जीवो अक्रिय छे, माटे चालता नथी. पण ते क्षेत्रमां सूक्ष्म निगोदना जीव तथा पुद्गल छे; तेने धर्मास्तिकाय चलन सहाय आपे छे. पण सिद्धना जीवो अक्रिय छे, तेथी तेमने चलण सहाय, धर्मास्तिकाय आपतो नथी. पुद्गल सक्रिय छे, पण पुद्गल संग त्यागी जे सिद्ध थया ते तो अक्रिय छे अने अक्रिय एवा
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