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(१०६)
सिद्धना जीवो चाली शकता नथी. जे वस्तु सक्रिय होय छे, गति करी शके छे, तेने धमस्तिकाय चालवामां सहाय आपे छे, पण अक्रिय एवा सिद्धना जीवो गति करता नथी, तेथी तेमने चालवामां धर्मास्तिकाय सहाय; आपी शकतुं नथी. सिद्धात्माओ अक्रिय छे, माटे धर्मास्तिकाय चलण सहाय आपतो नथी. ते सिद्धना जीवो निश्चल स्वस्वरुपी छे.
अधर्मास्तिकाय जीव तथा पुद्गलने स्थिर राखवानी क्रिया करे छे. तथा आकाश द्रव्य ते सर्व द्रव्यने अवगाहना गुण रुप दान आपे छे.
प्रश्न- अलोकाकाशमां बीजुं कोई द्रव्य नथी तो अलोकाकाश क्या द्रव्यने अवगा -
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