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भांगो नथी. तेथी देश, प्रदेश, अने अगुरु लघु ते सादि सांत भांगे छे. तथा सिद्धना जीवो, धर्मास्तिकायना जे प्रदेशे रह्या छे, ते प्रदेश आश्रीने सादि अनंत भांगो छे. एवीज रीते अधर्मास्तिकायमां पण चौभंगी जाणवी.
आकाश द्रव्यमां गुण तथा खंध अनादि अनंत छ. बीजो भांगो नथी. तेना देश, प्रदेश, तथा अगुरु लघु, सादि सांत छे. तथा सिद्धना जीवनी साथे जे संबंध ते सादि अनंतमा भांगे छे. पुद्गल द्रव्यमा गुण, अनादि अनंत छ. जीव पुद्गलनो संबंध अभव्यने अनादि अनंत छे अने भव्य जीवने अनादि सांत छे. पुद्गलना खंध सर्व सादि सांत छ. जे खंध बंधाया ते स्थिति प्रमाणे रही खरे छे, वळी नवा बंधाय छे. सादि
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