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(१००) व्यमां अस्तित्व कह्यो. ___ २ वस्तुत्व-एटले छ द्रव्यमा वस्तुपणो कहे छे. ते द्रव्य एकठा एक क्षेत्र मध्ये रह्या छे. एक आकाश प्रदेशमा धर्मास्तिकायनो एक प्रदेश रह्यो छे. तथा अधर्मास्तिकायनो पण एक प्रदेश रह्यो छे. आगमसार कर्ताना मत प्रमाणे जीव अनंताना अनंत प्रदेश रह्या छ एम लख्युं छे. आकाशना एक प्रदेशे आत्माना सर्व प्रदेशो रही शंकता नथी एम अन्यागमोथी जणाय छे. पुद्गल परमाणुआ अनंता रह्या छे. ते सर्व पोतानी सत्ता लेइने रह्या छे, पण कोइ द्रव्य कोइ द्रव्य साथे मळी जतुं नथी ते वस्तुपणुं जाणवू.
३ द्रव्यत्व-कहेतां द्रव्यपणो ते सर्व
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