________________
१,१,४ - सम्यक्त्वपराकम (२)
-
"
रक्षा करता है और दूसरे की भी रक्षा करता है । इसके विरुद्ध कायर के हाथ की तलवार उसकी हानि करती है और वह तलवार का भी अपमान करता है । तुम्हे वीरधर्म मिला । इस वीरधर्म का अर्थ उलटा करके काय"ता मत धारण करो । सदैव इस बात का ध्यान रखो कि वीरधर्म का दुरुपयोग न होने पाये ।
ज
6
7