________________
।( २२ ) हरिद्रा
हलद्दा
अंगुश्र, इङ्गुन शिथिल
सढिल, सिढिल . (पालि भाषा में भी 'इ' को 'अ' होता है। देखिये-पालि प्र. पृ. ५३-इ-अ)
'इ' को 'ई" जिहा जीहा (अवेस्ता भाषा में हिज्वा) सिंह
सीह निस्सरति नीसरह, निस्सरह
'इ' को 'न'२ दि दु
उच्छु, इक्खु
नु, णु युधिष्ठिर जहुहिल, जहिहिल द्वितीय दुइल, बिह
द्विगुण . दुउण, बिउण (पालि भाषा में भी 'इ' को 'उ' होता है। देखिये-पा० प्र. पृ. ५३-इ = तथा पृष्ठ ३२ टिप्पण) __'इ' को 'ए'3
. मिरा
केसुश्र, किसुत्र
इक्षु
मेरा
किंशुक
१. हे० प्रा० व्या० ८।१४६२।६३। २. हे० प्रा० व्या०८।१।१४, ६५, ६६ । ३. हे० प्रा० व्या० ८.१८७,८६ ।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org