Book Title: Jinsenacharya krut Harivansh Puran aur Sursagar me Shreekrishna
Author(s): Udayram Vaishnav
Publisher: Prakrit Bharti Academy
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________________ 57. सूर निर्णय - मित्तल तथा परीख - पृ० 93 58. सूरदास और नरसी मेहता (तुलनात्मक अध्ययन) - भ्रमरलाल जोशी - पृ० 25 . 59. सूरदास और नरसी मेहता (तुलनात्मक अध्ययन) - भ्रमरलाल जोशी - पृ० 25 60. अष्टछाप और वल्लभ सम्प्रदाय - डॉ. दीनदयाल गुप्त - पृ० 290 61. सूरदास और उनका साहित्य - देशराजसिंह भाटी - पृ० 38 सूरदास व्यक्तित्व और कृतित्व - वेदप्रकाश आर्य - पृ० 37 63. सूरदास और उसका साहित्य - देशराजसिंह भाटी - पृ० 45 64. सूरदास व्यक्तित्व एवं कृतित्व - डॉ० वेदप्रकाश आर्य - पृ० 41 परिशिष्ट-१ में वे पद रखे गये हैं जो निश्चित रूप से प्रक्षिप्त नहीं माने गए या जिनके सम्बन्ध में संशय और जिज्ञासा को स्थान है-सूरसागर - परिशिष्ट-१ . 66. परिशिष्ट-२ में वे पद हैं जो संपादक की दृष्टि से निश्चित रूप से प्रक्षिप्त हैं। सूरसागर - परिशिष्ट-२ 67. सूरदास - ब्रजेश्वर शर्मा - पृ० 37 68. सूरदास और नरसिंह मेहता - डॉ० भ्रमरलाल जोशी - पृ० 29 69. सूरदास और नरसिंह मेहता - डॉ० भ्रमरलाल जोशी - पृ० 30 =1168 द -